जमशेदपुर स्थित सोनारी एयरपोर्ट में नए पायलटों को ट्रेनिंग देने वाले विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने पर चांडिल डैम में विमान को सर्च करने एवं उसको बाहर निकालने में जुटी भारतीय नौसेना की सर्वे एवं गोताखोर टीम को निरंतर सहयोग देने वाले पूर्व सैनिक सेवा परिषद पूर्वी सिंहभूम के प्रतिनिधियों को भारत सरकार के रक्षा राज्य मंत्री आदरणीय संजय सेठ जी ने भारतीय नौ सेना की 20 सदस्यीय टीम का सम्मान किया। जिनमें अभियान का नेतृत्व कर रहे कमांडर जे जे सिंह कमांडर वरुण गुप्ता लेफ्टिनेंट आर पी पटेल मास्टर चीफ पेटीआफ़िसर आर एस सैनी पेटी ऑफिसर सोनू कुमार और जूनियर सेलर के रूप में सागर रोहित ए रहमान आकाश पी के खैरवा शुभम थांगे अभिनव सिंह आर चाहर अमरदीप गुरप्रीत सिंह ओमकार मुकुल शिवम कुमार युवराज रोहित कुमार आदि सैनिक वीरों के साथ-साथ पूर्व सैनिक सुशील कुमार सिंह राजीव रंजन अशोक श्रीवास्तव एवं सिपाही सतनाम सिंह को सम्मानित किया गया। सरायकेला खरसावां के जिला उपायुक्त रविशंकर शुक्ला (IAS) के साथ-साथ जिला प्रशासन के अतुल्य सहयोग का भी भारतीय नौसेना की टीम ने प्रशंसा करते हुए आभार व्यक्त किया। रक्षा राज्य मंत्री महोदय ने इस घटना के दिन अपने को गोवा राज्य के कारवार नेवल बेस में व्यस्त होने के बावजूद सरायकेला खरसांवा के जिला उपायुक्त महोदय द्वारा भारतीय नौसेना के गोताखोरों को बुलाने के आग्रह का समर्थन करते हुए भारतीय नौसेना को पत्र लिखा और 20 मिनट के अंदर नौसेना ने अपनी प्रतिज्ञा देते हुए विशाखापट्टनम से 20 सदस्यीय टीम को लगभग चार टन वजन के डाईविंग रेस्क्यू उपकरण के साथ भारतीय वायुसेना के विमान द्वारा भुवनेश्वर से रांची एयर पोर्ट भेजने का काम किया। लगभग 4 दिन के कठिन प्रयास के बाद विमान का लोकेशन पता लगाने के बाद जन्माष्टमी के दिन लगभग 14 घंटे के सफल ऑपरेशन के बाद एयरक्राफ्ट को चांडिल डैम से बाहर निकाल कर डी जी सी ए के इन्वेस्टिगेटिंग टीम को सौंप दिया गया। इस दौरान भारतीय नौसेना के जांबाज सैनिकों ने अपनी कार्य कुशलता एवं इस ऑपरेशन में आने वाली विभिन्न चुनौतियों का सामना करते हुए सफलता प्राप्त की। इस कार्य से पूरे शहर एवं राज्य ही नहीं बल्कि पूरे देश में भारतीय नौसेना के प्रति सम्मान और विश्वास बड़ा है। रेस्क्यू टीम आज रांची में है और कल विशाखापट्टनम के लिए प्रस्थान करेंगे। जबकि उनका साजो सामान सड़क मार्ग द्वारा ट्रक से विशाखापट्टनम के लिए आज सुबह रवाना हो चुका है।