गिरिडीह: गिरिडीह सदर प्रखंड के महेशलुंडी गांव में गुरुवार को जिला प्रशासन और सीसीएल प्रबंधन ने ज्वाइंट ऑपरेशन चलाकर सीसीएल के अतिक्रमित जमीन को अतिक्रमणकारियो से मुक्त कराया। इस पूरे अभियान में सदर एसडीएम विषालदीप खलको, सदर सीओ रविभूसन प्रसाद, नगर थाना प्रभारी राम नारायण चौधरी, मुफ्फसिल थाना प्रभारी कमलेश पासवान, पचम्बा थाना प्रभारी मुकेश दयाल सिंह और सीसीएल के सुरक्षा अधिकारी एनके नायक भी भारी पुलिस बल जवानों के साथ तैनात थे। महेशलुंडी गांव में अतिक्रमण मुक्त कराने के इस अभियान के दौरान पुलिस को मामूली बल प्रयोग भी करना पड़ा। और विरोध कर रहे लोगो पर जब लाठी चार्ज किया गया। इसके ही अतिक्रमण मुक्त अभियान सही से चलाया जा सका। जेसीबी के सहारे ही कई नवनिर्मित मकानों को जमींदोज कर दिया गया। तो कई ऐसे मकान जो अब भी बनाए जा रहे थे, उनके बुनियाद तोड़ दिए गए।
हालाकि एक मकान की गृहस्वामिनी जब इसका विरोध करते हुए अपने घर को तीन घंटे तक बंद कर दी। इसके बाद अधिकारियों का गुस्सा और भड़क उठा। लेकिन अधिकारियों ने इस दौरान सहनशील बने रहे, तो महिला समेत उसके परिवार से किसी तरह घर का गेट खुलवाया, और जब गेट खुला, तो उसे और उसके परिवार समेत अन्य लोगो को बाहर निकाला गया। इसके बाद घर रखे समान को बाहर निकाला गया। घर से बाहर करते ही महिला सीधे अधिकारियों के पांव में गिर पड़ी। और रोते हुए घर को छोड़ देने की अपील की। महिला बार बार रोते हुए घर के भीतर घुस कर घर को बचाने के प्रयास में रही। लेकिन आईआरबी की महिला पुलिस कर्मियों उसे रोक रही थी। इस अतिक्रमण महिला के बार बार पांव में गिरने के बाद एसडीएम का दिल पसीजा और एसडीएम के निर्देश पर सीओ से माइक से अनाउंस कराते हुए अतिक्रमणकारियो को अतिक्रमण किए हुए जमीन को एक सप्ताह में खाली करने का वक्त दिया। वही इस अभियान से भयभीत कई महिलाएं सीधा न्यू समाहरणालय पहुंच गई। और डीसी से मिलकर अपनी व्यथा सुनाने का प्रयास किया। लेकिन डीसी के व्यस्त रहने के कारण दुखड़ा सुना नही पाई।
न्यू समाहरणालय के समीप पत्रकारों को जानकारी देते हुए महिलाओ का कहना था की उन्हे एक नोटिस तक नही दिया गया। और सीधा उनके मेहनत से बनाए घरों तो तोड़ने के लिए अधिकारी बुलडोजर लेकर आ गए। बताते चलें कि सीसीएल के जिस बड़े प्लाट को अतिक्रमण से मुक्त कराने का अभियान चलाया गया। उस पूरे प्लाट पर गिरिडीह कोर्ट के न्याययिक अधिकारियों का आवास बनना है। लिहाजा, गुरुवार को जिला प्रशासन ने इस हिस्से को अतिक्रमण मुक्त कराने का अभियान शुरू किया। लेकिन एक पहलू यह भी रहा की सीसीएल के इसी हिस्से को इसी इलाके के भूमाफियाओं ने हड़प कर जमीनों को कब्जा किया। और सदर अंचल कार्यालय के अधिकारियों और कर्मियों के मिलीभगत से फर्जी कागजात बनाकर उसे स्थानीय लोगो को बेच दिया था। जिस पर अब लोग अपना आशियाना बना ही रहे थे। की इन्हे हटाने का अभियान शुरू किया गया।