गिरिडीह: गिरिडीह स्वास्थ विभाग के मिजिल्स रुबेला टीकाकरण अभियान की शुरुआत बुधवार से पूरे जिले में डीसी नमन प्रियेश लकड़ा, स्वास्थय विभाग के डिप्टी डायरेक्टर बुक्का उरांव, सिविल सर्जन शिव प्रसाद मिश्रा और डीटीओ रोहित सिन्हा, जिला शिक्षा अधिकारी विनय कुमार और स्कूल की प्रिंसिपल सिस्टर थ्रेसलिडा ने दीप जलाकर की.
सरकार के इस महाभियान को स्टार्ट एक निजी स्कूल से किए जाने से स्कूल प्रबंधन भी उत्साहित रहा. क्योंकि शुरुआत के साथ ही महिला स्वास्थ कर्मियों ने इस दौरान स्कूल की कई छात्राओं को मिजिल्स का टीका लगाया. इस महाअभियान के शुरुआत के दौरान स्कूल के छात्राओं ने स्वागत नृत्य के साथ कई और रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी पेश किया. जबकि मौके पर टीकाकरण अभियान के प्रति जागरूकता बढ़ाने को लेकर नुक्कड़ नाटक भी पेश किया. महाभियान की शुरुआत को लेकर सबसे पहले छात्रा श्वेता को पहला एमआर का टिका लगाया गया.
इस दौरान डीसी लाकड़ा ने कहा कि आज से जिले भर में मिजिल्स रूबेला टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो गई है. जिले भर में 9 माह से 15 वर्ष के बच्चों को टीका लगाया जाएगा. बताया कि गिरिडीह जिला में मिजिल्स रूबेला का असर काफी अधिक है. इसलिए जिला प्रशासन बड़े पैमाने पर सरकारी और प्राइवेट स्कूलों, के साथ-साथ आंगनबाड़ी केंद्रों में कैंप लगाकर टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि खसरा रूबेला का टीका लगाने से कोई साइड इफेक्ट नहीं है. जबकि मौके पर सिविल सर्जन डॉ एसपी मिश्रा ने बताया कि एमआर टीकाकरण अभियान को लेकर कई दिनों से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. ताकि शत प्रतिशत बच्चों को एमआर का टीका लग सके. कहा कि कार्मेल स्कूल में आज जो उत्साह देखने को मिला है, उससे साफ प्रतीत होता है कि जिले भर में शत प्रतिशत टीकाकरण होगा. कहा कि 2 सप्ताह तक सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों में कैंप लगाकर टीका दिया जाएगा. वहीं अगले 2 सप्ताह तक आंगनबाड़ी केंद्रों में और 1 सप्ताह छूटे हुए बच्चों को टीका लगाया जाएगा. कहा कि जिले भर में 9 लाख बच्चों को टीका देने का लक्ष्य रखा गया है.
कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षक निर्मल झा, राखी झुनझुनवाला, मिस नविता, मिस श्वेता, सर जिब्रान, दिवाकर मिश्रा, आलोक पांडेय, एलेक्स जॉन, नवनिता सरकार, मिस जिबना, मिस पूनम, जॉयस स्मार्ट, उर्मी दता, मिस सीमा, सर वर्गीस, सुभांग मुखर्जी, प्रेम कुमार, आनन्द कुमार सहित स्कूल की शिक्षक शिक्षिकाएं और छात्र-छात्राएं मौजूद थे.