सरायकेला : एनआईटी जमशेदपुर में तीन दिवसीय उद्योग- अकादमिक कॉन्क्लेव के दूसरे संस्करण का हुआ शुभारंभ , राज्यपाल सांतोष कुमार गंगवार ने किया उद्घाटन

सरायकेला खरसावां जिला के आदित्यपुर स्थित एनआईटी जमशेदपुर के तीन दिवसीय उद्योग- अकादमिक कॉन्क्लेव 2024 का राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने शुक्रवार को दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया. 17 नवंबर चलने वाले इस कॉन्क्लेव में एनआईटी जमशेदपुर, आईआईटी/ आईएसएम धनबाद, आईआईटी पटना, एनआईटी मिजोरम, आईआईटी भिलाई, एनआईटी रायपुर, एनआईटी अगरतला, एनआईटी मणिपुर और एनआईटी नागालैंड जैसे प्रतिष्टित संस्थान सहयोग कर रहे हैं. कॉन्क्लेव में उद्योगों की भागीदारी भी हुई है जिसमें टाटा स्टील, एनटीपीसी, ग्रीको, पावर ग्रिड कॉपोरिशन, मिधानी, गेल, बीसीसीएल, ओएनजीसी, डीवीसी, कोल इंडिया, ब्रेथवेट एंड कंपनी लिमिटेड, आधुनिक, जन्युटेक, लक्ष्म एसोसिएट्स, सीसीएल और रेल विकास निगम लिमिटेड शामिल हैं. कॉन्क्लेव को एसबीआई, केनरा बैंक, एचडीएफसी, एल्सेवियर, स्रिगर-नेचर, कैम्ब्रिज प्रेस, टेलर और फ्रांसिस सहित प्रकाशन गृहों और बैंकों द्वारा प्रायोजित किया गया है. 
अपने संबोधन में राज्यपाल संतोष गंगवार ने कहा कि भविष्य में उद्योग और अकादमिक इंजीनियरिंग कॉन्क्लेव के माध्यम से झारखंड में विकास संभव है. हम आशा करते हैं जो भी सरकार आएगी इस दिशा में अवश्य पहल करेगी. मालूम हो कि कॉन्क्लेव का यह दूसरा संस्करण है. राज्यपाल ने कहा कि यह आयोजन “विकसित भारत- विकसित झारखंड: 2047” थीम के अनुरूप, अधिक विकसित और आत्मनिर्भर अर्थव्यवस्था की दिशा में भारत की यात्रा में एक मील का पत्थर साबित होगा. यह विषय 2047 में राष्ट्र शताब्दी वर्ष तक प्रगतिशील भारत और झारखंड के दृष्टिकोण पर प्रकाश डालेगा. कॉन्क्लेव का उद्देश्य उद्योग जगत के नेताओं, अकादमिक विशेषज्ञ, नीति निर्माताओं और छात्रों को एक साथ लाना, नवाचार को बढ़ावा देने, गंभीर औद्योगिक चुनौतियों पर चर्चा करने और ऐसे समाधान विकसित करना है जो अकादमिक अनुसंधान को वास्तविक दुनिया की औद्योगिक जरूरतों के साथ रेखांकित करेगा. वहीं इस मौके पर राज्यपाल ने राज्य के लोगों को धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती की शुभकामनाएं दी और उनके बताएं आदर्शों पर चलने का संकल्प दिलाया.

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