रांची: एचईसी अधिकारियों द्वारा 38 दिनों से जारी प्रदर्शन में आज सुबह 10.30 से 11.30 बजे धुर्वा गोलचक्कर से एचईसी मुख्यालय तक ताली और थाली बजाते हुए “मातृ उद्योग एचईसी बचाओ” के बैनर तले पैदल मार्च किया गया. अगर ताली और थाली बजाने से कोरोना जैसी महामारी दूर हो सकती है तो एचईसी भी बचाया जा सकता है. हज़ारो की संख्या में एचईसीवासी, कर्मचारी, दुकानदार संघ, राँची वासियों, स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने इस मुहिम में शामिल होकर ‘मातृ उद्योग एचईसी बचाओ’ के बैनर तले मातृ उद्योग एचईसी को बचाना हैं, केंद्र सरकार होश में आओं, एचईसी प्रबंधन होश में आओ के नारे को एक स्वर में बुलंद किया.
मौक़े पर मौजूद खिजरी विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि एचईसी को बचाने के लिये हर संभव कदम उठायेंगे एवं अधिकारियों और कामगारों के साथ बहुत जल्द मुख्यमंत्री के साथ बैठकर इस बारे में चर्चा करेंगे. केंद्र सरकार का रवैया इस तरह उदासीन रहेगा तो संभव होगा तो राज्य सरकार एचईसी अपने अधीन लेकर कैसे चलाये इस पर चर्चा करेंगे. एचईसी इस देश की मातृ उद्योग है. हम सब राँचीवासियों के लिए झारखंड का गौरव हैं इसे हर हाल में बचाना है.