फिंगरप्रिंट क्लोन कर प्रेमसंस मोटर्स के संचालक के खाते से उड़ाए थे ढाई लाख रुपये, आरोपी असम से गिरफ्तार

रांची: अपराध अनुसंधान विभाग के अधीन संचालित साइबर अपराध थाने की पुलिस ने रांची के चर्चित साइबर अपराध की घटना को सुलझा लिया है. मामला रांची के कांके रोड स्थित प्रतिष्ठित आटोमोबाइल कंपनी प्रेमसंस मोटर्स के संचालक अवध पोद्दार के खाते से ढाई लाख रुपये की निकासी का है, जिसे साइबर अपराधी ने फिंगरप्रिंट क्लोन कर निकाला था.

पुलिस ने इस कांड के मुख्य आरोपित गणेश मंडल को गिरफ्तार किया है, जो मूल रूप से असम के कामरूप जिले के बोको थाना क्षेत्र का रहने वाला है और वर्तमान में असम के ही मारीगांव जिले के बेलीगुड़ी रोड पालीगुड़ी में रहता था. आरोपी यस बैंक (रोइनेट), नोवो पे तथा रूपी पे का वितरक है, जो आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (एईपीएस) देने के लिए विभिन्न रिटेलर को पंजीकृत करता था.

साइबर अपराध थाने की पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए निकासी के एक लाख 30 हजार रुपये को फ्रीज करवाकर शिकायतकर्ता के खाते में पहले ही रिकवर करवा दिया था. इसके अलावा पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के साथ ही दो मोबाइल, दो सिमकार्ड, एक पैन कार्ड, एक आधार कार्ड, एक क्रेडिट कार्ड व एक रोइनेट सोल्यूशन आइडी कार्ड भी बरामद किया है.

इसके अतिरिक्त आरोपित के पास से पुलिस ने एक लैपटाप, एक पासबुक व फोन पे वालेट में लिंक्ड कांड से संबंधित फेडरल बैंक अकाउंट का स्क्रीन शाट भी बरामद किया है. 

शिकायतकर्ता अवध पोद्दार ने रांची स्थित साइबर अपराध थाने में गत वर्ष 11 अक्टूबर 2022 को प्राथमिकी दर्ज कराई थी. पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपित ने लिंक्ड बायोमीट्रिक थंब इंप्रेशन क्लोन करके एईपीएस का दुरुपयोग कर प्वाइंट आफ सेल (पीओएस) मशीन के माध्यम से पैसे की निकासी की है.

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