पोटका 7 अक्टूबर पोटका प्रखंड के आस-पास के विभिन्न स्थानों पर शनिवार को महिलाओं ने एकजुट होकर जीवित्पुत्रिका व्रत मनाया. प्रेमनगर में मुन्नी कुमारी ने महिलाओं को जितिया व्रत की कथा सुनाई. मुन्नी कुमारी ने बताया कि सनातन धर्म में जीवित्पुत्रिका व्रत का विशेष महत्व है. इस व्रत को करने से संतान की आयु लंबी होती है. साथ ही पुत्र को आरोग्य जीवन प्राप्त होता है. इस व्रत में महिलाएं 24 घंटे तक निर्जला उपवास रखती हैं. जितिया व्रत में स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण किया जाता है. इसके बाद भगवान जीमूतवाहन की पूजा की जाती है. कुश से बने जीमूतवाहन की प्रतिमा को धूप-दीप, चावल, पुष्प आदि अर्पित की जाती है. जिसमें काफी संख्या में महिलाएं ने कथा को सुनाकर पुत्र की रक्षा व लम्बी आयु की कामना की. इस अवसर पर राजेश्वरी मिश्रा,बेबी देवी,संगीता देवी,वृंदा देवी एवं चंद्रमणि देवी आदि महिलाएं उपस्थित थे।
