पोटका : झारखंड सरकार के नव मनोनित स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के मंत्री रामदास सोरेन को आदिवासी भूमिज युवा मंच की ओर से भूमिज भाषा के संरक्षण, संबर्धन एवं बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्राथमिक स्तर से पढ़ाई शुरू करने एवं 10वीं की परीक्षा मे कोड देने की मांग किया गया। ज्ञांपन मे कहा गया है कि झारखंड के 32 जनजातियों मे भूमिज जनजाति भी अपनी एक पहचान रखती है, जिसका आबादी पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला-खरसांवा, पश्चिमी सिंहभूम, खुंटी, रांची, धनबाद आदि क्षेत्र मे बहुतायात है. भूमिज जनजाति की अपनी मातृभाषा भूमिज है, जिसे भूमिज जनजाति के लोग बोलचाल मे उपयोग करते है, जिसे राज्य मे द्वितीय राजभाषा का भी दर्जा प्राप्त है. परंतु भूमिज भाषा के पढ़ाई प्राथमिक स्तर से शुरू नहीं किया गया और 10वीं की परीक्षा मे कोड नहीं दिया गया है, जिससे भूमिज समाज के छात्र-छात्रायें चाहकर भी भूमिज भाषा की पढ़ाई नहीं कर पा रहे है और न ही 10वीं की परीक्षा मे भूमिज भाषा ले पा रहे है. प्राथमिक स्तर से पढ़ाई एवं कोड देने की मांग लगातार किया जा रहा है. झारखंड मे हेमंत सोरेन सरकार के 2.0 मे भूमिज समाज को काफी उम्मीद और आशा जगी है कि अबुआ सरकार भूमिज भाषा के संरक्षण, संबर्धन एवं बढ़ावा देने के उद्देश्य से काम करेगी. इसलिये प्राथमिक स्तर से जनजातिय भूमिज भाषा की पढ़ाई शुरू करने एवं 10वीं की परीक्षा मे भूमिज भाषा के लिये कोड दिया जाये. इस दौरान भुवनेश्वर सरदार, ईश्वरलाल सरदार आदि मौजूद थे.