जमशेदपुर, आज 26 नवंबर को संविधान दिवस के अवसर पर बृहद झारखंड कला संस्कृति मंच ने 7 जनवरी 2024 को डिमना से साकची तक आयोजित "डहरे टुसु" कार्यक्रम के लिए डिमना डैम हेलीपेड ग्राउंड में बैठक किया गया. बैठक में कोल्हान क्षेत्र के लोगों ने भाग लिया.
मंच के सदस्यों ने कहा कि बृहद झारखंड कला संस्कृति मंच के माध्यम से झारखंडी संस्कृति को शहरों में स्थापित करने के हर साल जनवरी के पहले रविवार को "डहरे टुसु" कार्यक्रम करने का निर्णय लिया गया है. हर साल के तहत ईस साल भी जनवरी महीने के पहले रविवार यानि 7 जनवरी को डहरे टुसु परब डिमना से साकची आमबागान तक करने का निर्णय लिया गया है. जिस तरह पिछले साल लाखों का भीड़ हुआ था और जिला प्रशासन का बहुत ज्यादा सहयोग न होने के कारण ट्रैफ़िक व्यवस्था में काफ़ी दिक्कत हुआ था. ट्रैफ़िक व्यवस्था में जिला प्रशासन के सहयोग के लिए सुधारने के लिए मंच अपने तरफ से 5000 महिला-पुरुषों का ड्रेस कोड के साथ वॉलिंटियर तैयार करने का निर्णय लिया है.
मंच ने कहाँ कि कल से चुआड़ विद्रोह के नायकों में से एक शहीद रघुनाथ महतो के गाँव घुटियाडीह से कार्यक्रम का तैयारी बैठक प्रारम्भ हो जाएगा. इसके बाद हर गाँव क्षेत्र में प्रचार किया जाएगा.
शहर में झारखंडी संस्कृति को स्थापित करने के लिए डहरे टुसु का आयोजन किया जाता है. इसलिए हमलोगों को अपने समाज में घुसे आपसंस्कृति से छुटकारा के लिए प्रयास करना होगा. इसलिए टुसु में मूर्ति का प्रवेश वर्जित रहेगा.
मंच ने कहाँ कि कोल्हान क्षेत्र के तमाम साथियों से आग्रह रहेगा कि डहरे टुसु कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा लोग भाग ले.
बैठक में मुख्य रूप से माधब चंद्र महतो, फनी महतो, देवाशीष महतो, खगेन महतो, चन्दन महतो, बिश्वनाथ महतो, हरमोहन महतो, शैलेन्द्र महतो, दीपक रंजीत, कृष्णा प्रसाद महतो, मंटू महतो, बबलू महतो, विष्णु महतो, राजकिशोर महतो, जगदीश महतो, प्रहलाद महतो, अंकुर कुड़मी, वीरसिंह महतो आदि लोग मुख्य रूप से उपस्थित थे.