जमशेदपुर: झारखंड प्रदेश विद्यालय रसोईया संयोजिका अध्यक्ष संघ के बैनर तले रसोईया संयोजिका ने उपायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. संघ के साथ समझौता किए जाने के बाद भी रसोईया संयोजिका को काम से हटाने पर रोक लगाने की मांग की अन्यथा आंदोलन की चेतावनी दी. सरकारी विद्यालय में 2004 के पहले रसोईया संयोजिका मुफ्त में काम की उसके बाद उन्हें 20 पैसा और 25 पैसा मेहनताना मिलने लगा तत्पश्चात इसे बढ़ाकर 66 रुपये 66 पैसे 1 दिन का किया गया.
मेहनताना काफी कम होने के कारण इन्होंने आंदोलन का रूप अख्तियार किया जहां 29 जुलाई 2022 को प्रदर्शन के पश्चात शिक्षा मंत्री के साथ वार्ता हुई.
इसके बाद इन्हें पारा शिक्षक की तरह स्थायी करने, आंगनबाड़ी की तरह मानदेय बढ़ाने, 5 लाख रुपये का बीमा, सेवानिवृत्त होने पर पेंशन लागू करने पर सहमति बनी. लेकिन अभी वर्तमान समय में 60 वर्ष होने को बताकर इन्हें काम से निकाला जा रहा है जिसका विरोध संघ ने किया है. इसी के तहत अपनी मांगों को लेकर इन्होंने उपायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. समस्या का हल नहीं निकलने पर इन्होंने आंदोलन की चेतावनी भी दी.



