‘मूल्य आधारित शिक्षा और शिक्षक की भूमिका’ विषय पर डीबीएमएस में विशेष सत्र का आयोजन 

जमशेदपुर: शान्ति कृष्णामूर्ति, निदेशक चिन्मय मिशन तथा सीबीएसइ, एनसीएफ और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के विभिन्न समितियों की सदस्य हैं. इन्होंने मूल्य आधारित शिक्षा कैसे दी जाए इस विषय पर गहन अध्ययन करके पाठ्यक्रम में इसे शामिल करने के लिए अनेक सुझाव भारत सरकार को दिए हैं. राष्ट्र के निर्माण में मूल्य आधारित शिक्षा की पुनः स्थापना के लिए उन्होंने अनेक उपाय शिक्षकों और बीएड की छात्राओं के साथ साझा किए. उन्होंने रिपोर्ट कार्ड और अंकों के आधार पर श्रेष्ठ छात्र के मूल्यांकन को न करने की सलाह दी. उन्होंने बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए ज़्यादा ध्यान देने तथा समय-समय पर शिक्षकों द्वारा उन्हें प्रोत्साहित करने को कहा. 

विद्यालयों में भी वार्षिक उत्सव में छात्रों के आचार -व्यवहार का मूल्यांकन कर उन्हें पुरस्कृत करना चाहिए. पर्यावरण और प्रकृति से जुड़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए. उन्होने शारीरिक, आध्यात्मिक , बौद्धिक, मानसिक और भावनात्मक परिवर्तन के लिए मूल्य आधारित शिक्षा पर विशेष बल दिया. NCF 2023 में हम शिक्षक गण इसे पाठ्यक्रम में भी पाएंगे. उन्होंने  कहा कि राष्ट्र प्रेम, भारतीय संस्कृति और सर्वधर्म समभाव,वसुदेव कुटुम्बकम की भावना प्रत्येक छात्र में देना ही मूल्य आधारित शिक्षा का उद्देश्य है. शान्ति कृष्णामूर्ति के अनुसार एक आदर्श शिक्षक वही है जो अपने छात्रों से प्रेम करता है. उन्होंने रामानुजम का उदाहरण देते हुए बताया कि ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने जब उनसे अपने ज्ञान को लिख कर देने पर भी ही छात्रवृत्ति देने की शर्त रखी. तब रामानुजम अपने ज्ञान को नहीं लिख पाए क्योंकि उनका मानना था कि ईश्वर ने उन्हें यह ज्ञान दिया है. मनुष्य सिर्फ़ निमित मात्र है, वह कैसे उस ज्ञान को अपना नाम  कैसे दे दे. इस भारतीय संस्कृति को हमें पुनर्जीवित करना है. ऐसे अनेक रोचक उदाहरण देकर श्रीमती कृष्णमूर्ति ने भावी शिक्षकों को संबोधित किया. 

कार्यक्रम के आरंभ में बी चंद्रशेखर, चेयरपर्सन DBMS ट्रस्ट ने शान्ति कृष्णमूर्ति का स्वागत करते हुए कहा कि वे शिक्षा की अधिष्ठात्री हैं और उनके पास अनुभव का अथाह सागर है. कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन डीबीएमएस कॉलेज की प्राचार्या डॉक्टर जूही समर्पिता ने दिया. इस अवसर पर  चेयरपर्सन ललिता चंद्रशेखर तथा डीबीएमएस प्रबन्धन के सभी  सदस्य के आलावा उप चार्य, शिक्षक गण  बीएड के छात्र और स्टाफ  भी मौजूद थे.

खबरें और भी हैं...

Whatsapp