जमशेदपुर: अमर शहीद बाबा जीवन सिंह जी के 318 में शहीदी दिवस में रंगरेटा महासभा झारखंड के द्वारा एग्रिको ट्रांसपोर्ट मैदान में चमकौर के शहीदों को समर्पित तीसरे शहीदी समागम का आयोजन हुआ कार्यक्रम की शुरुआत दिनांक 15 दिसंबर को श्री गुरु तेग बहादुर दुखनिवारण गुरुद्वारा साहिब एग्रिको में श्री अखंड पाठ की समाप्ति के बाद एग्रीको ट्रांसपोर्ट मैदान के लिए शोभायात्रा निकाली गई जिसमें गतका टीम सत्संग स्त्री सभा की टीम शब्द कीर्तन करते ढोल नगाड़ों के साथ वाहेगुरु जी का जाप व जयकारों की गूंज से गुरु महाराज का स्वरूप मैदान में विराजमान हुए. दोनों दिन दीवान दरबार सजा. भाई साहब भाई ज्ञानी बूटा सिंह जी तिरसक्का व्यास वाले भाई साहब भाई जसवीर सिंह मत्तेवाल अमृतसर वाले एवं ज्ञानी जरनैल सिंह एवं जोर सिंह तरनतारन वाले कीर्तनी जत्था कविसर जत्था एवं कथावाचक द्वारा बाबा जीवन सिंह जी की जीवनी पर प्रकाश डाला गया. कार्यक्रम में 17 दिसंबर को दोपहर में गुरु का अटूट लंगर बांटा गया. शाम को दीवान हॉल सजाया गया एवं गुरु के अटूट लंगर की सेवा हुई.
18 दिसंबर को लगे दीवान दरबार में सात संगत ने हाजरी भरी. 15 हजार की संख्या में श्रद्धालुओं ने माथा टेका गुरबाणी सुनी एवं गुरु का अटूट लंगर छका. रंगरेटा महासभा के संयोजक हरजिंदर सिंह रिंकू ने बताया की दो दिवसीय कार्यक्रम में दीवान हॉल में प्रतिदिन 35 से 40 हजार की संगत ने माथा टेका और बहुत ही शांति से पूरे कार्यक्रम में गुरु महाराज की अपार कृपा हुई. समागम के आयोजन में मुख्य रूप से सुजीत सिंह, खुशी पुरी, बलबीर सिंह, बिट्टू, गुरचरण सिंह बिल्ला, जोगिंदर सिंह जोगी, दीपक सिंह गिल, मनजीत सिंह संधू, सरदार दीप सिंह, ज्ञानी सुरेंद्र सिंह, सरदार तरसेम सिंह, करमजीत सिंह, बलजिंदर सिंह, मुख्तार सिंह, सविंदर सिंह, शिंदे सुखदेव सिंह, सुखदेव सिंह, विकी सिंह आदि लोगों का महत्वपूर्ण योगदान रहा.



