जमशेदपुर : रामनवमी महोत्सव की तैयारी और सफलता को लेकर केंद्रीय रामनवमी अखाड़ा समिति जमशेदपुर की बैठक हुई सम्पन्न, 187 लाइसेंसी एवं 6 गैर लाइसेंसी अखाड़ा समितियों ने लिया हिस्सा, धूमधाम से रामनवमी महोत्सव मानने का लिया गया निर्णय

 

जमशेदपुर। केंद्रीय रामनवमी अखाड़ा समिति जमशेदपुर की बैठक गुरुवार को अध्यक्ष आशुतोष सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। साकची के उत्कल एसोसिएशन सभागार में सम्पन्न हुई बैठक में समिति के तमाम पदाधिकारियों के संग शहर के 187 लाइसेंसी अखाड़ा समिति  एवं 6 गैर लाइसेंसी अखाड़ा समिति के अध्यक्ष व सदस्यगण मुख्यरूप से शामिल हुए। बैठक में सर्वसम्मति से रामनवमी महोत्सव को पूरे भव्य रूप में मनाने एवं अखाड़ा जुलूस भव्य रूप से निकालने का निर्णय लिया गया। बताया गया कि शहर के अलग-अलग अखाड़ा से भव्य जुलूस निकाली जाएगी। बैठक में तय किया गया कि अखाड़ा समिति अपने क्षेत्र में बैठक कर शांतिपूर्ण अखाड़ा जुलूस निकालने हेतु रूपरेखा बनाएंगे। बैठक में रामनवमी महोत्सव के सफल आयोजन में जिला प्रशासन के सकारात्मक सहयोग से शांतिपूर्ण और भव्य जुलूस निकालने पर कार्ययोजना बनाई गई। इस दौरान तय किया गया कि इस बार शहर में रामनवमी महोत्सव 9 अप्रैल 2024 से प्रारंभ होकर विजयदशमी 18 अप्रैल 2024 को सम्पन्न होगी। बैठक में रामनवमी महोत्सव की सफलता एवं भव्यता पर विस्तृत चर्चा की गई एवं अखाड़ा समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों से सुझाव लिए गए। इससे पहले, बैठक में शामिल शहर के सभी अखाड़ों के प्रमुखों एवं सदस्यों का अंगवस्त्र एवं पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। बैठक के दौरान मंच संचालन समिति के महासचिव भूपेंद्र सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन संरक्षक रामबाबू सिंह ने किया।

बैठक को संबोधित करते हुए केंद्रीय रामनवमी अखाड़ा समिति के मुख्य संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह ने कहा कि इस बार अयोध्या मे श्रीराम जन्मभूमि में रामलला के भव्य मंदिर निर्माण से लोगों में जबरदस्त उत्साह व उमंग का वातावरण है। ऐसे में हमारी आस्था व श्रद्धा के अटूट प्रतीक भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव रामनवमी पर विराट आयोजन बड़े स्तर पर मनाया जाना चाहिये। 

वहीं, संरक्षक शंभूनाथ सिंह ने कहा कि रामनवमी महोत्सव गत वर्ष से अधिक विशाल, भव्य, मर्यादित व अनुशासित रूप में पूरे शहर में सम्पन्न हो, इस दृष्टि से सभी सनातनी कटिबद्ध रहे तथा इसे पूर्ण करने की दिशा में कार्ययोजना बनाकर क्रियान्वित करें। उन्होंने महोत्सव की सफलता को लेकर कई अहम सुझाव भी दिए।

संरक्षक रामबाबू तिवारी ने कहा कि सनातन धर्म इस राष्ट्र की आत्मा है। आज समाज को तोड़ने की साजिश हर दिन की जा रही है। ऐसे में हिंदुओं को एकजुट होने की आवश्यकता है। केवल बाहरी चुनौतियां ही नहीं आंतरिक रूप से भी काफी चुनौतियां है। ऐसी समाज तोड़क ताकतों के विरुद्ध समय रहते हिंदू समाज को एकजुट होना पड़ेगा वरना बहुत देर हो जाएगी।

संरक्षक नीरज सिंह ने कहा कि 500 वर्षों के कठिन संघर्ष के बाद श्री अयोध्याधाम में रामलला के भव्य मंदिर निर्माण के बाद पहली बार होने वाली इस वर्ष के रामनवमी महोत्सव पूरे देश के लिए आकर्षण का केंद्र बने इसके लिए हम सभी को एकजुट होकर लगा होगा। उन्होंने विश्वास जताया कि जिला प्रशासन का अपेक्षित  सहयोग केंद्रीय रामनवमी अखाड़ा समिति को प्राप्त होगा।

बैठक में मुख्य संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह, संरक्षक रामबाबू सिंह, शंभूनाथ सिंह, रामबाबू तिवारी, नीरज सिंह, भीष्म सिंह, राजीव रंजन सिंह, अजय रजक, अनिल सिंह, भास्कर मुखी, महेश खेड़ा, धर्मेंद्र प्रसाद, गौतम प्रसाद, परमात्मानंद मिश्रा, राकेश सिंह, शंभु मुखी, अशोक सिन्हा, नंदजी सिंह, मनीष कुमार, नंदलाल सिंह, ओमयो ओझा, राघवेंद्र मिश्रा, शिवशंकर सिंह, शंकर रेड्डी, विजय वर्धा, किशोर साहू, दीपक यादव, समीर राज लालू, राकेश साहू, कृष्णा बारी, राजू गोराई, संतोष कालिंदी, सतीश मुखी, शैलेश गुप्ता, राजन गोराई, राजू वाजपेयी, रॉकी सिंह, श्यामलाल साहू, राकेश प्रसाद, पप्पू यादव, राजू शिवलाल अखाड़ा, विष्णु महानंद, गुड्डू पांडेय समेत सैकड़ों सदस्यगण मौजूद रहे । 

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