मुसाबनी : पूर्वी सिंहभूम के मुसाबनी प्रखंड का सबसे बीहड़ और पहाड़ी इलाका सूर्यबेड़ा गांव में दो दर्जन से अधिक बच्चे और परिवार मलेरिया की चपेट में हैं. पहाड़ी इलाका होने के कारण यहां के लोग गांव के वैद्य़ हकीम पर ही इलाज के लिए निर्भर रहते हैं.
गांव के अधिकतर बच्चे के बीमार होने की खबर तब लगी जब गांव में स्कूल का निरीक्षण करने मुसाबनी प्रखंड के बीडीओ सीमा कुमारी पहुंची. स्कूल में बच्चे की संख्या कम थी. उन्होंने पता किया तो जानकारी मिली कि गांव के अधिकतर बच्चे बीमार हैं. उन्होंने घर जाकर बच्चों को देखा तो सभी बीमार थे. बीडीओ ने त्वरित कार्यवाही करते हुए सभी बच्चों को मुसाबनी के सामुदायिक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया. बच्चे के साथ-साथ गांव के कई लोग भी बीमार थे. उन्हें भी इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. भारी संख्या में लोग गांव में धीरे-धीरे बीमार पड़ने लगे थे और अपना इलाज जड़ी बूटी के ही माध्यम से करा रहे थे. जिसमें एक को गंभीर अवस्था में इलाज के लिए भर्ती भी कराया गया है.
मुसाबनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टर ने बताया कि सभी मलेरिया बीमारी से ग्रसित हैं. समय रहते इलाज के लिए अस्पताल में लाया गया है. अगर देर हो जाती तो कुछ भी होने की संभावना हो सकती थी.
आपको बता दें कि मुसाबनी प्रखंड का सबसे बीहड़ और पहाड़ी इलाका सूर्यबेड़ा है इस गांव में पहुंचने के लिए रास्ते नही है. किसी तरह से गांव पहुंचा जा सकता है.



