जमशेदपुर : "किरणमयी उत्सव" के तहत महिला सशक्तिकरण एवं महिलाओं के प्रोत्साहन के साथ, आज टाटा स्टील में कार्यरत रीमा कुमारी ने अपना पहला एसडीपी रक्तदान करते हुए पेश किया मानवता की मिसाल.
पूरा दुनिया जहां टाटा स्टील द्वारा निर्मित लोहा के दीवाने हैं. वहीं टाटा स्टील में कार्यरत रीमा कुमारी के कार्यों से टाटा घराना, साथ ही साथ आज पूरा जमशेदपुर भी गर्व महसूस कर रहा है. " किरणमयी उत्सव " के तहत महिला सशक्तिकरण एवं महिलाओं के प्रोत्साहन हेतु एक वर्ष व्यापी महिलाओं को जागरूक, आत्मनिर्भर बनाने की इस अभियान में, आज दिनांक 6 मई 2023, पहले ही दिन एक मिसाल पेश किया टाटा स्टील कोकप्लांट में कार्यरत रीमा कुमारी ने अपना पहला सिंगल डोनर प्लेटलेट्स यानी एसडीपी रक्तदान करते हुए छठा स्वैच्छिक एवं सुरक्षित रक्तदान के आंकड़े को पूर्ण किया.
इतनी कम उम्र में गजब का उत्साह, जोश और किसी जरूरतमंद के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा कूट-कूट कर भरा था रीमा कुमारी के अंदर. आज रक्तदान करने के पश्चात रीमा कुमारी को जमशेदपुर ब्लड सेंटर एवं प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन की ओर से प्रशस्ति पत्र के साथ-साथ प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया. इस पावन बेला पर उपस्थित रहे जमशेदपुर ब्लड सेंटर के- जीएम संजय चौधरी, अनुभवी एवं वरीय चिकित्सक डॉक्टर लव बहादुर सिंह, डॉक्टर रिता सिंह, अनुभवी तकनीशियन सुभोजित मजूमदार, मनोज कुमार महतो, स्वपन राना, सह तकनीशियन सुबीर, प्रतीक संघर्ष फाउंडेशन के निर्देशक अरिजीत सरकार, एवं टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के वाइस प्रेसिडेंट प्रवीण कुमार.