जमशेदपुर मे आदिवासी सेंगल अभियान के द्वारा अपने लंबित मांगो के आलोक एक एक रैली निकाली गई, साकची आमबगान मैदान से यह रैली निकाली गई जो पुरे साकची इलाके का भ्रमण करते हुए वापस मैदान आकर समाप्त हुई, इन्होने मुख्य रूप से सरना धर्म कोड को लागु किये जाने की माँग उठाई है, इन्होने कहा की आगामी 15 सितम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जमशेदपुर के धरती आ रहें हैँ और आदिवासी सेंगल अभियान उनका स्वागत करती है साथ ही उनसे मांग करती ही की 15 करोड़ आदिवासियों के भावना का ख्याल करते हुए सरना धर्म कोड को लागु किया जाये, साथ ही आदिवासियों के ईश्वर मारंग बुरु जिसे पारसनाथ पत्थर जो जैन धर्म को सुपुर्द किया गया है उसे वापस आदिवासियों को दिया जाये, राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त संथाली भाषा जो आठवीं अनुसूची मे शामिल है उसे झारखण्ड मे प्रथम राज्य भाषा बनाया जाये, इसके अलावे आदिवासियों के हितों के संरक्षण हेतु कई मांगे इनके द्वारा उठाया गया है.