तारा पब्लिक स्कूल में ऊर्जा साक्षरता कार्यशाला, बच्चों ने पर्यावरण की सुरक्षा करने व धरती को बचाने का लिया संकल्प

पोटका: पोटका में समय-समय पर आनेवाली प्राकृतिक आपदाएं जनजीवन को बड़े पैमाने पर प्रभावित करती है. इससे भारी पैमाने पर जान माल की हानि होती है. आधुनिक मानवों के दैनिक क्रियाकलापों से बड़े पैमाने पर प्रदूषण फैलता है. बढ़ते कार्बन डाई ऑक्साइड उत्सर्जन व कार्बन फुटप्रिंट्स के अध्ययन से पता चलता है कि हमारी ऊर्जा जरूरतें व आदतें जलवायु परिवर्तन का बड़ा कारण है. तेजी से बढ़ते तापमान को रोकने के लिए हमें जीवाश्म ऊर्जा पर निर्भरता कम करनी होगी, अन्यथा सौरमंडल में एकमात्र ग्रह धरती, जहां जीवन है उसका भी अस्तित्व खतरे में पड़ जायेगा. पोटका स्थित तारा पब्लिक स्कूल में एनर्जी स्वराज फाउंडेशन एवं निश्चय फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित ऊर्जा जागरूकता कार्यक्रम में बच्चों को पर्यावरण की रक्षा कर धरती बचाने का संदेश दिया गया. 

कार्यक्रम की शुरुआत बच्चों ने अपने घरों में रोजमर्रा उपयोग लाए जाने वाले बिजली के उपकरण, वाहन व घरेलू ईंधन की खपत की गणना कर की. बच्चों को बताया गया कि प्रति यूनिट बिजली की खपत पर्यावरण में एक किग्रा कार्बन डाई ऑक्साइड उत्सर्जित करती है. वहीं प्रति लीटर पेट्रोल डीजल, प्रति किलो एलपीजी गैस की खपत भी 3.3 किलो कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन करती है. इस तरह प्रत्येक घर प्रत्येक महीने अनुमानित तौर पर लगभग 400-500 किलो कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन करता है, जो वातावरण में सैकड़ों वर्षों तक जलवायु परिवर्तन का कारण बनता है. 

हमारी आदतों से धरती का तापमान लगातार बढ़ रहा है. जो आने वाले समय में धरती पर जीवन के लिए खतरा साबित हो सकता है. इसीलिए जीवाश्म ईंधन पर आधारित हमारी ऊर्जा व्यवस्था व आदतों को जल्द से जल्द बदलने की आवश्यकता है. हम दैनिक जीवन में ऊर्जा के उपयोग को कम कर, कम ऊर्जा खपत वाले स्टार रेटेड उपकरणों का इस्तेमाल कर व स्वच्छ ऊर्जा का उत्पादन स्थानीय स्तर पर करने की कोशिश कर धरती को बचाने में बड़ा योगदान दे सकते है. उपरोक्त जानकारियां ग्रामीण इलाकों में बच्चों व युवाओं के लिए कार्य करने वाली संस्था निश्चय फाउंडेशन के संस्थापक तरुण कुमार ने बच्चों को दी. झारखंड के पैडमेन के रूप में जाने वाले तरुण कुमार को पिछले दिनों एनर्जी स्वराज फाउंडेशन के द्वारा एनर्जी स्वराज वॉरियर के तौर पर मनोनित कर किया गया है. मौके पर तारा पब्लिक स्कूल के प्राचार्य कमलेश मिश्रा ने बताया कि विद्यालय में वर्षो पहले उन्होंने सोलर सिस्टम लगाया था, इससे स्कूल के जरूरत की बिजली हर मौसम में बिना किसी समस्या के मिल जाती है ना ही बच्चों को गर्मियों में बिजली कटौती से होने वाली परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस तरह तारा पब्लिक स्कूल समूचे इलाके के लिए एक उपयोगी उदाहरण है कि हम कैसे नई प्रौद्योगिकी का उपयोग कर जीवाश्म ईंधन पर अपनी निर्भरता कम कर सकते है. इस अवसर पर शिक्षक हेमचंद्र पात्र, अंबुज प्रमाणिक, मिहिर गोप, सपन पात्र, मंटू पुरान, बबिता टुडू, शिलू राय, रूमकी पुरान, संगीता सरदार आदि छात्र छात्राएं उपस्थित थे मौजूद थे.

सोलर गांधी के नाम से विख्यात आईआईटी बॉम्बे के प्रोफेसर डॉ चेतन सोलंकी के मार्गदशन में देश भर में ऊर्जा साक्षरता अभियान के माध्यम से प्रत्येक परिवार तक महत्वपूर्ण जानकारियां पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है. कोल्हान इलाके में ऊर्जा साक्षरता जागरूकता हेतु 91-8797874082 पर संपर्क किया जा सकता है.
 

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