नियोजन नीति में भूमिज भाषा को पुनः शामिल किया जाए : सिद्धेश्वर सरदार

पोटका : नियोजन नीति में भूमिज भाषा को फिर से शामिल करने की मांग को लेकर एक आंदोलन के तहद गांव-गांव में जन जागरण अभियान चलाया जा रहा है. आदिवासी भूमिक समाज की ओर से पोराहातु, पावरु के बाद रविवार को सेरेंग डीह टोला बोरकाता स्कूल प्रांगण में एक जनजागरण बैठक का आयोजन किया गया. बैठक की अध्यक्षता ग्राम प्रधान घासीराम सरदार तथा संचालन सहदेव भूमिज ने किया. 

मौके पर वक्ताओं ने कहा कि झारखंड सरकार कैबिनेट बैठक के द्वारा भूमिज भाषा तथा झारखंड आदिवासी रीति रिवाज को विलोपित कर दिया गया. जो आदिवासी समाज पर कुठाराघात है. एक ओर झारखंड सरकार को आदिवासियों का हितैसी तो दूसरी ओर उसी के द्वारा आदिवासी को विलुप्त करने की साजिश रची जा रही है, जिसे बर्दास्त नही किया जाएगा. सिद्धेश्वर सरदार तथा जयपाल सिंह सरदार ने कहा कि गांव गांव में जनजागरण के बाद एक आंदोलन के तहद सरकार पर फिर से भूमिक भाषा को नीति आयोग में शामिल करने हेतु मांग की जाएगी. 

बैठक में सिद्धेश्वर सरदार, जयपाल सिंह सरदार, शत्रुघ्न सरदार, सुदर्शन भूमिज, हरीश चंद्र सरदार, ग्राम प्रधान सोना राम भूमिज, विभीषण, बसंती सरदार, गौरी सरदार, अनिता सरदार, जयंती सरदार, सूरज भूमिज आदि उपस्थित थे.

खबरें और भी हैं...

Whatsapp