जमशेदपुर के गोलमुरी थाने की पुलिस ने बीते 9 सितंबर को एचबीसीएसइ कोचिंग सेंटर और 3 अक्टूबर को गोलमुरी बाजार स्थित शर्मा फर्नीचर में हुए फायरिंग मामले का खुलासा करते हुए दो युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. पुलिस की गिरफ्त में आए युवकों में ईस्ट प्लांट बस्ती निवासी के. राहुल और वर्मामाइंस रुईयापहाड़ निवासी राहुल कुमार सिंह शामिल है. इस संबंध में जानकारी देते हुए जमशेदपुर सिटी एसपी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि उपेंद्र सिंह हत्याकांड के सजायाफ्ता सोनू सिंह और हीरे हत्याकांड में सजायाफ्ता प्रकाश मिश्रा द्वारा नयन सिंह के नाम से शहर में आपराधिक गिरोह का संचालन किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि उक्त गिरोह द्वारा शहर के व्यापारियों को व्हाट्सएप कॉल और वर्चुअल कॉल के माध्यम से डरा धमका कर रंगदारी की मांग की जा रही है रंगदारी नहीं देने की स्थिति में व्यापारियों के संस्थान और आसपास फायरिंग कराकर दर और भाई का माहौल पैदा किया जा रहा है. इसको लेकर वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर गठित टीम ने तकनीकी जांच की. उसके बाद 20 नवंबर को दोनों को गिरफ्तार किया गया. उनसे पूछताछ की गई. उन्होंने बताया कि सोनू सिंह के कहने पर व्यापारियों की गतिविधियों की रेकी करते हैं और सारी सूचना सोनू सिंह को व्हाट्सएप और वर्चुअल कॉल के माध्यम से देते रहते हैं. उन्होंने बताया कि दोनों अपराधियों ने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है, जिन्हें पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है.