नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी : "नव आगमन" के साथ नये सत्र का आगाज ..नवनामांकित छात्रों ने पढ़ा अनुशासन का पाठ, रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने समारोह को बनाया बहुरंगी

जमशेदपुर : शहर से सटे पोखारी स्थित नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को सत्र 2024 में नवनामांकित छात्र-छात्राओं के स्वागत में "नव आगमन समारोह" का आयोजन किया गया। इसमें विश्वविद्यालय ने नए सत्र के छात्र-छात्राओं का स्वागत किया गया। साथ ही विभिन्न रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने समारोह को बहुरंगी बना दिया। यह समारोह विश्वविद्यालय परिसर स्थित सभागार में हुआ, जिसमें विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति ने समारोह को और भी खास बनाया दिया। 

मुख्य अतिथि जिले के उपायुक्त अनन्य मित्तल, झारखंड सरकार विधि विभाग के सचिव सह एलआर प्रमुख सचिव एलआर नलिन कुमार प्रधान, और जमशेदपुर जिला न्यायाधीश अनिल कुमार मिश्रा ने अपने विचार व्यक्त किए। अतिथियों ने छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन करते हुए अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अनुशासन और लगन के साथ जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

मुख्य अतिथि उपायुक्त अनन्य मित्तल ने विश्वविद्लय प्रबंधन एवं यहां उपलब्ध शिक्षा व्यवस्था की सराहना की। उन्होंने कहा कि जिले में ऐसे विश्वविद्यालय एवं कॉलेज होंगे, तो यहां के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए अन्यत्र नहीं जाना पड़ेगा। यहीं पढ़ कर वे क्षेत्र के विकास में सहभागी बनेंगे। 

प्रमुख सचिव एलआर नलिन कुमार प्रधान ने भी विश्वविद्यालय में संचालित गतिविधियों की सराहना एवं भविष्य निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण बताया। वहीं छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन करते हुए बताया कि विद्यार्थी को गृह त्यागी, अल्पहारी, कम सोनेवाला, परिश्रमी और अनुशासित होना चाहिए।

जिला न्यायाधीश अनिल कुमार मिश्रा ने छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन करते हुए जीवन में अनुशासन के साथ आगे बढ़ने की सीख दी। उन्होंने कहा कि अनुशासन, ईमानदारी और परिश्रम से लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। उन्होंने भी नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में उपलब्ध कोर्स, छात्र-छात्राओं को मिलने वाली सुविधाएं आदि की चर्चा करते हुए विश्वविद्यालय प्रबंधन की सराहना की।

विश्वविद्यालय के कुलाधिपति मदन मोहन सिंह ने कहा कि नेताजी सुभाष एजुकेशनल ग्रुप केजी से लेकर पीजी तक की शिक्षा उपलब्ध करा रहा है। इसे लेकर हम अत्यंत ही गंभीर हैं. इसी के तहत स्नातक स्तर पर परंपरागत कोर्स के अलावा विभिन्न रोजगरोन्मुखी कोर्स, एमबीए, इंजीनियरिंग, मेडिकल समेत अन्य पढ़ाई आरंभ की गयी है। बिहार के बाद अब शहर के आदित्यपुर में भी मेडिकल कॉलेज की स्थापना की गयी है। 

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति एमएम सिंह, प्रति उप कुलपति प्रो (डॉ) ऋषिरंजन, रजिस्ट्रार नागेंद्र कुमार, डीन एकेडमिक्स डी शोम, और डीन एडमिनिस्ट्रेशन नाजिम खान सहित सभी विभागों के विभागाध्यक्ष और शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे। उन्होंने छात्रों को अपने अनुभवों से अवगत कराया और जीवन में सदैव आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।

कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी विभागों के शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के अलावा बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं शामिल हुए। डीन एकेडमिक डी शोम ने नवनामांकित छात्र-छात्राओं का स्वागत किया। नवनामांकित छात्र-छात्राओं को शिष्टाचार और पूर्ण आचरण के साथ अपने लक्ष्य की प्राप्ति की ओर ध्यान देने की शपथ दिलाई।

चिकित्सा विभाग के चिकित्सकों ने चिकित्सा कैंप लगाकर कार्यक्रम को और भी बेहतरीन बनाया। समारोह में मंच संचालन पत्रकारिता एवं जन संचार विभाग की सहायक प्राध्यापक दीपिका कुमारी और मैनेजमेंट विभाग के सहायक प्राध्यापक मानस झा ने संयुक्त रूप से किया। समारोह के दौरान मंच पर कुछ छात्र-छात्राओं के बीच बैग वितरण किया गया। इस तरह नए सत्र 2024 का नव आगमन समारोह संपन्न हुआ।

विश्वविद्यालय के कुलसचिव नागेंद्र सिंह ने बताया कि इस समारोह का उद्देश्य नए सत्र में नवनामांकित छात्र-छात्राओं का विश्वविद्यालय परिसर में स्वागत करना था। इस अवसर पर कई रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया, जिसमें गणेश वंदना, नृत्य प्रदर्शन और नशा मुक्ति पर आधारित कार्यक्रम शामिल थे।

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