पोटका: प्रखंड के धिरौल में आयोजित श्रीमद भागवत कथा में सांसद विद्दुतवरण महतो भी पहुंचे एवं भागवत कथा का श्रवण किया. मौके पर कथावाचक संजय पांडे ने दक्ष यज्ञ, सती का प्राण त्यागना, ध्रुव चरित्र, अजामिल चरित्र आदि के बारे विस्तार पूर्वक बताया. श्री पांडे ने व्यास पीठ से बताया कि महाराज दक्ष ने विशाल यज्ञ का आयोजन करने में सभी रिश्तेदारों को बुलाया, पर भगवान शिव को न्योता नहीं भेजा. प्रजापति दक्ष द्वारा न्योता न भेजने के बावजूद माता सती यज्ञ में शामिल होने के लिए पहुंच जाती हैं, जबकि भगवान शिव उन्हें यज्ञ में जाने से मना भी किया.
माता सती के न मानने पर यज्ञ में पहुंचने के बाद प्रजापति दक्ष ने उनका और भगवान शिव का बहुत अपमान किया. जिस पर क्रोधित होकर माता सती ने हवनकुंड में कूदकर अपने प्राण त्याग दिए. यह जानकार भगवान शिव ने वीरभद्र को प्रकट किया और यज्ञ काे विध्वंस कर प्रजापति दक्ष का सिर काट दिया. भगवान शिव माता सती का शरीर लेकर सभी लोकों में भ्रमण करने लगते हैं.
पांचवें दिन शुक्रवार को नंद उत्सव, पुतना मोक्ष, सकटाशुर उद्धार, श्रीकृष्ण बलराम नामकरण, कृष्ण भगवान को ओखली में बांधने, कुबेर पुत्रों नलकवर और मनीग्रीव का उद्धार पर विस्तार से जानकारी दिए. इस अवसर पर उपेंद्र नाथ सरदार, ललन यादव, उज्जला गोप, जुली गोप, कविता रजक, रूपा गोप, शिवानी गोप, मीना पात्र, प्रियंका गोप, करुणा गोप, अंजली गोप, मादुरी गोप, अर्पिता मंडल, प्रतिमा गोप, संतोष गोप, मलय कृष्ण गोप, रवींद्र नाथ भकत, भोला शंकर गोप, शिखोरेश गोप, लखी गोप, जगन्नाथ भकत, कौशिक गोप सुखदेव सरदार दीपक मंडल, सदानंद कैबर्त सहित सभी सैकड़ों भक्त उपस्थित थे.