जमशेदपुर : आखन यात्रा के दौरान पारंपरिक रस्म का आयोजन, गरम लोहे से चींडी दागने की प्रक्रिया

जमशेदपुर : आखन यात्रा के शुभ अवसर पर  विशेष और पारंपरिक रस्म का आयोजन किया गया। इस दौरान, गरम लोहे से चींडी दागने की की परंपरा है चिड़ि दाग को 6  से लेकर 12 साल के बच्चे को किया जाता है लोगों का मानना है कि इस तरह की परंपरा निभाने से बच्चों का बहुत सी बीमारियां दूर होती है  श्रद्धा के साथ संपन्न किया गया। यह रस्म विशेष रूप से  बच्चे के पेट में लगाई जाती है।यह दिन बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इसे नए साल की शुरुआत और शुभ कार्यों के प्रारंभ का प्रतीक माना जाता है। ग्रामीण ने बताया कि इस दिन से न केवल हाल पूना की शुरुआत होती है, शुभ कार्य भी प्रारंभ होती है  यह परंपरा  ऐतिहासिक धरोहर का हिस्सा है, जिसे साल दर साल पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ मनाया जाता है।

खबरें और भी हैं...

Whatsapp