जमशेदपुर : रविवार को जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा अंतर्गत मानगो नगर निगम क्षेत्र के फुटपाथी दुकानदारों को जिला प्रशासन द्वारा उजाड़े जाने के मामले में राजनीति तेज हो गई है. रामनवमी, नवरात्र और रमजान को लेकर कमाई की उम्मीद लिए दुकानदारों के समक्ष एक तरफ जहां दो जून की रोटी जुटाना दुश्वार हो गया है, वहीं दूसरी तरफ राजनीति से दुकानदारों का दर्द और बढ़ रहा है. दुकानदारों की हालत ऐसी हो गई है, कि वे जाएं तो आखिर कहां जाएं. भाजपा, कांग्रेस और भाजमो खुद को दुकानदारों के हिमायती बताते हुए दुकानदारों को उजाड़े जाने का विरोध जता रहे थे, मगर प्रशासनिक सख्ती के आगे सभी बेबस नजर आए.
अब बात दुकानदारों को बसाए जाने की हो रही है. उसको लेकर भी राजनीति जारी है. दुकानदारों पर हुए कार्रवाई के बाद दुकानदारों ने स्थानीय विधायक सह मंत्री बन्ना गुप्ता का विरोध शुरू कर दिया है. वहीं जिला प्रशासन ने भाजपाइयों पर सरकारी काम में बाधा डालने का मामला दर्ज करते हुए एफआईआर कर दिया है. इधर बुधवार को जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय प्रभावित दुकानदारों से मिलने पहुंचे और दुकानों के आवंटन में पारदर्शिता बरतने की बात कही. जिस पर मंत्री बन्ना गुप्ता के समर्थकों ने सरयू राय के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी.
उधर सरयू राय के समर्थकों ने भी मंत्री बन्ना गुप्ता के खिलाफ हाय- हाय के नारे लगाने शुरू कर दिए. वैसे देखना यह दिलचस्प होगा कि इन हाय-हाय, जिंदाबाद और मुर्दाबाद के नारों के बीच दुकानदारों को क्या हासिल होता है. हर हाल में खामियाजा उन ढाई सौ दुकानदारों को उठाना पड़ेगा. जिनकी रोजी- रोटी का जरिया छीन लिया गया है.