टुना सबर की हालत में हो रहा सुधार, उपायुक्त ने सदर अस्पताल पहुंचकर चिकित्सकों से टुना के स्वास्थ्य की ली जानकारी

▪️ एमजीएम तथा सदर अस्पताल के चर्म रोग विशेषज्ञ, फिजिशियन चिकित्सकों की टीम की निगरानी में चल रहा इलाज
▪️ डुमरिया एमओआईसी को उपायुक्त ने किया शोकॉज, सभी बीडीओ/सीओ को सबर परिवारों का मैपिंग करने के दिए निर्देश 

जमशेदपुर: सदर अस्पताल में भर्ती टुना सबर के स्वास्थ्य की जानकारी लेने उपायुक्त विजया जाधव अस्पताल पहुंचीं . इस दौरान उन्होने टुना का इलाज कर रहे चिकित्सकों की टीम से बात कर सेहत में हो रही प्रगति की जानकारी ली. टुना सबर के हालत में सुधार हो रहा है, मौके पर उपायुक्त एवं चिकित्सकों ने बातचीत कर उसे कब से यह परेशानी है यह जानना चाहा तो टुना सबर ने स्थानीय भाषा में पूरी बात बताई. उसने बताया कि करीब 3-4 महीने पहले उसे अपने शरीर में यह परेशानी महसूस होना शुरू हुई थी, उसने आशंका जताई कि खेती कार्य के दौरान गंदे पानी से इंफेक्शन हुआ होगा.      

टुना सबर का इलाज कर रहे एमजीएम एवं सदर अस्पताल के चिकित्सकों की संयुक्त टीम को उपायुक्त ने हर वो चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए जिससे टुना की सेहत में जल्द सुधार लाया जा सके. साथ ही सिविल सर्जन डॉ. जुझार माझी से कहा कि इलाज संबंधी किसी भी तरह की अन्य आवश्यकता हो तो तत्काल सूचित करें. मीडिया से बातचीत के क्रम में उपायुक्त ने बताया कि टुना के हालत की जानकारी मिलते ही 06 फरवरी को तत्काल बीडीओ डुमरिया के नेतृत्व में एमओआईसी तथा स्वास्थ्य विभाग की टीम को दंपाबेड़ा भेजा गया था. प्रारंभिक जांच के बाद टुना को सीएचसी में प्राथमिक उपचार कराते हुए तत्काल सदर अस्पताल लाने का निर्णय लिया गया. 06 फरवरी की देर शाम से ही इलाज शुरू कर दिया गया जिसके अच्छे रिजल्ट हमारे सामने हैं. टुना सबर आराम से बातचीत कर रहे, फिलहाल पेय पदार्थ दिया जा रहा है, हालत और ज्यादा सामान्य होने पर खाद्य पदार्थ दिए जाएंगे ताकि आसानी से उसे पचा सके. 24x7 चिकित्सकों की निगरानी में टुना सबर एवं उसकी पत्नी सोमी सबर का इलाज चलेगा. सोमी सबर एनिमिक है, अन्य जांच के लिए एक्स-रे कराया गया है, चिकित्सकों के निगरानी में एनिमिया मुक्त करने के लिए इलाज चलाया जाएगा. 

टुना सबर का इलाज कर रहे टीम के वरीय चिकित्सक डॉ. बलराम झा, फिजिशियन, एमजीएम ने बताया कि फिलहाल टुना सबर को बातचीत करने में कोई परेशानी नहीं है, सेहत में सुधार एवं स्थिर है. चूंकि चर्म रोग कुछ महीने पहले से है इसलिए बाहर से मरीज की परेशानी ज्यादा दिख रही है, अंदर से सेहत सामान्य है.  सोरायसिस को लेकर उन्होने बताया कि फिलहाल कुछ कहना जल्दबाजी होगी, जांच के बाद ही स्पष्ट कहा जा जा सकता है.  

जिले में निवास कर रहे आदिम जनजाति सबर परिवारों के लिए जिला प्रशासन द्वारा बस्तियों में विशेष कैंप का किया जा रहा आयोजन

जिले में निवास कर रहे आदिम जनजाति सबर परिवारों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से आच्छादित करने को लेकर जिला प्रशासन द्वारा संवेदनशील प्रयास किए जा रहे हैं. पिछले छह महीनों में नियमित रूप से आधार बनाना हो या, राशन कार्ड या स्वास्थ्य जांच, मच्छरदानी वितरण उनके गांव में कैम्प लगाकर नियमित प्रशासन की ओर से सुविधायें उपलब्ध कराई जा रही . दंपाबेड़ा के सबर परिवारों के लिए भी पहाड़ के नीचे बिरसा आवास का निर्माण कराया गया है लेकिन वे यदा-कदा ही इसमें रहते हैं. प्रशासन द्वारा लगातार दंपाबेड़ा के सबर परिवारों को आवास में रहने के लिए प्रोत्साहित करने का प्रयास किया जाता रहा है. डुमरिया के फॉरेस्ट ब्लॉक पंचायत अंतर्गत दंपाबेड़ा सुदूर दुर्गम क्षेत्र जंगल में पहाड़ी पर बसे सबरों का गांव हैं जहां पहाड़ पर करीब 2-3 किमी पैदल चढ़कर पहुंचा जाता है. सभी सबर परिवारों को डाकिया योजना के तहत घर-घर प्रत्येक माह खाद्यान्न पहुंचाया जाता है, जनवरी माह तक का खाद्यान्न सभी सबर परिवार को उपलब्ध कराया गया है. जिला के वरीय पदाधिकारियो में जिला आपूर्ति पदाधिकारी भी आज दंपाबेड़ा में कैम्प कर रहे हैं, साथ ही बीडीओ डुमरिया के नेतृत्व में प्रखंड प्रशासन भी पहुंची है. 

सभी प्रखंडों के वरीय प्रभारी को उपायुक्त ने सबर परिवारों तक पहुंचने के दिए निर्देश  

टुना सबर की हालत को देखते हुए दंपाबेड़ा में सबरों के लिए कैम्प लगाने के प्रति उदासीनता बरते जाने पर उपायुक्त द्वारा एमओआईसी डुमरिया को शो-कॉज करते हुए 2 दिनों के अंदर स्पष्टीकरण का जवाब समर्पित करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही सभी बीडीओ एवं सीओ को प्रखंड अंतर्गत प्रत्येक पंचायत के सबर टोला में कुल सबर परिवारों की संख्या, स्त्री-पुरूष एवं बच्चों की संख्या, प्रखंड मुख्यालय से उसकी दूरी, पंचायतवार एवं टोलावार मैंपिंग करते हुए 10 दिनों के अंदर प्रस्तुत करने का निदेश दिया गया है.  

जिले के सभी प्रखंडो में निवासरत 5259 सबर परिवारों तक प्रशासन की पहुंच सुनिश्चित करने तथा योजनाओं का लाभ उन्हें मिले इस बाबत उपायुक्त ने सभी प्रखंडों के वरीय प्रभारी को भी क्षेत्र भ्रमण में विशेष ध्यान देते हुए नियमित समीक्षा के निर्देश दिए हैं. शत प्रतिशत सबर परिवार राशन से आच्छादित हैं या नहीं इसकी जांच  करने, परिवार बढ़ने पर नए योग्य सदस्यों को नया राशन कार्ड जारी करने के निर्देश दिए हैं.  

विदित हो कि सभी प्रखंडों में भी दिनांक 01 फरवरी से 13 फरवरी तक सबर परिवारों के टोलों/ बस्तियों में विशेष कैम्प का आयोजन किया जा रहा है. अबतक चाकुलिया, बहरागोड़ा, गुड़ाबांदा, धालभूमगढ़ में कैम्प लगाया चुका है, डुमरिया के दंपाबेडड़ा में आज स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष शिविर लगाकर सबर परिवारों का स्वास्थ्य जांच  किया जा रहा वहीं एक अन्य कैम्प मुसाबनी प्रखंड, पटमदा, धालभूमगढ़, बोड़ाम में भी आयोजित किया गया है. 8 फरवरी को घाटशिला, 9 फरवरी को पोटका, 10 फरवरी को बोड़ाम, 11 फरवरी को पटमदा तथा 13 फरवरी को शहरी क्षेत्र में निवास कर रहे सबर परिवारों के लिए भी कैम्प प्रस्तावित हैं. 4 प्रखंडों में आयोजित कैम्प में अबतक बिरसा आवास के 30 आवेदन, मनरेगा जॉब कार्ड नया/नवीकरण हेतु 16 आवेदन, स्वच्छ भारत मिशन शौचालय हेतु 32 आवेदन प्राप्त हुए, 23 का आयुष्मान कार्ड बनाया गया, राशनकार्ड हेतु 12 आवेदन प्राप्त हुए, पेंशन के 10, नया आधार के 05, आधार में सुधार के 08, बैंक पासबुक 05, नियोजनालय को 11 आवेदन, केसीसी के 3 आवेदन, स्प्रे मशीन के 2 आवेदन, बकरा विकास के 02, श्रम विभाग के 12 आवेदन प्राप्त हुए हैं वहीं कैम्प में 366 लोंगों का सामान्य स्वास्थ्य जांच कर दवा उपलब्ध कराया गया है.

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