जमशेदपुर: 25 दिसंबर को आदित्यपुर में ऋषि मिश्रा पर हुए हमले में नाम आने के बाद उमेश राय ने अपना स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि उनके द्वारा बार-बार झूठा मुकदमा आदित्यपुर थाना में दर्ज करवाया गया है. जबकि उस मामले से मेरा कोई लेना देना नहीं है. जिस दिन ये घटना घटी उस दिन मैं नेतरहाट पलामू गेस्ट हाउस में परिवार के साथ समय बिताने गए थे.
पूर्व में ऋषि मिश्रा सांसद धीरज साहू के सरायकेला-खरसवां का प्रतिनिधि था जो कि उनके नाम और लेटर पैड का गलत इस्तेमाल करता था. मैंने श्री साहू को बताया था कि उनके नाम पे वो गलत काम कर रहा है. जिसके बाद सांसद जी जांच करके उसे निष्कासित कर दिए तभी से ये मुझे हर केस में फंसाने का प्रयास करता रहता है
रांची से वो नौकरी और विशेष प्रकार के प्रलोभन देकर पैसा उठाकर भागा है. आदित्यपुर में सचितानंद सिन्हा जो कि दिव्यांग व्यक्ति हैं, उसके घर में किराएदार बनकर आया और उसे निकालकर उसका घर हड़प गया. कुछ दिन पहले मेरे नाम का 5 लाख का सुपारी किसी को दिया है. जिसका पुख्ता प्रमाण आदित्यपुर थाना प्रभारी को सौंप दिए हैं और निष्पक्ष जांच की मांग भी की है. ऋषि मिश्रा का कईयों से विवाद है कोई भी कुछ करेगा उसका मैं जिम्मेवार नहीं हूं.
रांची से दिल्ली तक ये दलाली का काम करता है ये कोयला के अवैध कारोबार में शामिल है. प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग करना चाहता हूं कि मुझे इस तरह से परेशान करने वाले ऋषि मिश्रा से मेरी रक्षा करें.



